Allama Iqbal Love Shayari
अल्लामा इक़बाल, जिन्हें “शायर-ए-मशरिक़” यानी “पूर्व का कवि” कहा जाता है, उर्दू और फ़ारसी के महान शायरों में से एक थे। उनकी शायरी में इश्क़, रहस्यवाद और आत्मिक उन्नति का सुंदर मिश्रण देखने को मिलता है। उनकी रचनाएँ मोहब्बत और आध्यात्मिकता से भरपूर हैं, जो इंसान को एक नई सोच और प्रेरणा देती हैं। उनकी मोहब्बत भरी शायरी में गहरे जज़्बात, एहसास और दर्द की गहराइयाँ साफ़ झलकती हैं।
अल्लामा इक़बाल की मोहब्बत भरी शायरी – Allama Iqbal Love Shayari
अल्लामा इक़बाल की शायरी में प्रेम की अलग-अलग छवियाँ देखने को मिलती हैं। उनकी रचनाओं में इश्क़ सिर्फ़ एक इंसान से मोहब्बत नहीं बल्कि एक उच्चतम शक्ति से जुड़ने का भी ज़रिया है। उन्होंने इश्क़ को इबादत का दर्जा दिया और उसमें आध्यात्मिक गहराई जोड़ी।
10 बेहतरीन मोहब्बत भरी शायरी – Allama Iqbal Love Shayari

इश्क़ की राह में चलना आसान नहीं होता,
हर कदम पर दर्द का तूफ़ान नहीं होता,
जो मोहब्बत को समझ ले उसकी राहों में,
फिर किसी ग़म का नाम-ओ-निशान नहीं होता। ❤️💔

तू सामने हो और दिल सुकून पा जाए,
तेरी आँखों में देखूं तो जहां मुस्कुराए,
ये इश्क़ भी अजीब सा एहसास है,
जो रुलाए भी और तेरा दीवाना बनाए। 💕🔥

इश्क़ की सूरत को पहचान ना पाए,
दिल को धड़कन की आवाज़ ना आए,
मोहब्बत में सच्चाई की राह चुनो,
फिर कोई भी दर्द पास ना आए। ❤️✨

इश्क़ किया तो दर्द भी मिलेगा,
हर हंसी के पीछे आंसू भी मिलेगा,
ये इश्क़ की दुनिया है ऐ दोस्त,
जहाँ खुशी के साथ ग़म भी मिलेगा। 💖💔

तेरी यादों का मौसम दिल को भिगो जाता है,
हर आहट पर तेरा नाम सुनाई देता है,
इश्क़ सिर्फ़ पाने का नाम नहीं,
कभी खोकर भी कोई अपना बन जाता है। 💞🌧️

तेरी सूरत मेरे ख्वाबों में सजती रहे,
तेरी खुशबू हवाओं में बहती रहे,
तेरी मोहब्बत में ऐसा असर है,
कि हर सांस में तेरा एहसास रहता है। 💘🌹

इश्क़ की राहों में कांटे भी हैं,
हर मोड़ पे आँधियाँ भी हैं,
जो मोहब्बत को निभाने का हुनर जानते हैं,
उन्हें ही मुकम्मल आशिक़ कहते हैं। 🔥❤️

दिल में छुपे हैं अनगिनत राज़,
इश्क़ में हर कोई हो जाता है नाज़,
सच्ची मोहब्बत को मंज़िल मिल जाए,
तो हर दर्द बन जाता है साज़। 💕🎶

तेरा नाम हर धड़कन में शामिल है,
तेरा एहसास मेरी रूह का हासिल है,
मोहब्बत तुझसे ऐसी कर बैठे हैं,
कि अब खुद से भी ज्यादा तेरा दिल क़ाबिल है। 💖💞

इश्क़ में कुछ खोना भी पड़ता है,
हर ग़म को अपना समझना भी पड़ता है,
सच्ची मोहब्बत अगर करनी हो,
तो अपने अरमानों को जलाना भी पड़ता है। 🔥💔
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अल्लामा इक़बाल की शायरी का प्रभाव
अल्लामा इक़बाल की शायरी सिर्फ़ इश्क़ तक सीमित नहीं थी, बल्कि उनकी कविताएँ समाज, धर्म, आध्यात्मिकता और आत्मा की खोज पर भी आधारित थीं। उनकी मोहब्बत भरी शायरी में सिर्फ़ एक प्रेमी-प्रेमिका का इश्क़ नहीं, बल्कि इंसान और खुदा के बीच का अनोखा रिश्ता भी दर्शाया गया है।
इश्क़ और आध्यात्मिकता का संगम
अल्लामा इक़बाल की शायरी में प्रेम और आध्यात्मिकता का अद्भुत समावेश है। उन्होंने इश्क़ को एक ऐसी शक्ति के रूप में दिखाया जो इंसान को खुद की पहचान करवाती है और उसे आत्मिक शांति की ओर ले जाती है। उनकी शायरी में मोहब्बत का मतलब सिर्फ़ सांसारिक प्रेम नहीं, बल्कि यह भी दर्शाया गया है कि सच्चा प्रेम इंसान को खुदा के करीब ले जाता है।
अल्लामा इक़बाल की लोकप्रिय मोहब्बत शायरी
अल्लामा इक़बाल की कई शायरी आज भी मशहूर हैं, जैसे –
✅ “मोहब्बत मुझे उन जवाँओं से है,
सितारों पे जो डालते हैं कमंद।”
✅ “इश्क़ से पैदा हुआ इनसाँ,
इश्क़ से नापायदा इनसाँ।”
✅ “इश्क़ पर ज़ोर नहीं, है ये वो आतिश ‘ग़ालिब’,
जो लगाए ना लगे और बुझाए ना बुझे।”
निष्कर्ष
अल्लामा इक़बाल की मोहब्बत भरी शायरी सिर्फ़ रोमांस तक सीमित नहीं है, बल्कि उसमें गहरी आध्यात्मिकता और ज़िंदगी की सच्चाइयाँ छुपी हैं। उनकी शायरी को पढ़ने के बाद इश्क़ का एक नया मायने समझ आता है – वो जो आत्मा से जुड़ा होता है और इंसान को खुद की पहचान कराता है। उनकी मोहब्बत भरी शायरी आज भी दिलों में बसे हुए जज़्बात को बयां करती है और हर पीढ़ी को प्रेरित करती है।
💖 अगर आपको अल्लामा इक़बाल की यह मोहब्बत भरी शायरी पसंद आई हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करें! 💕✨
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